Salaar: फिल्म रेलीज़ हो चुकी है । और शायद आप में से कई लोगों ने उसे अब तक देख भी लिया होगा। सालार फिल्म लगभग कामयाब ही रही है । इसी कामयाबी की बधाईयां फिल्म निर्माता और एक्टर्स को मिल रही है ।
पृथ्वीराज सुकुमारन ने प्रभास के साथ फिल्म ‘सालार’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। उन्हे भी सालार के कामयाबी की बधाईयां पहुँच रही है । लेकिन एक कुछ दिन पहले के दिए हुआ उनके बयान “उन्हें ‘सलार’ और ‘डंकी’ के क्लैश से कोई फर्क नहीं पड़ता” की सफाई देना पड़ रही है ।
चलिए इस पोस्ट में हम, असल में हुआ क्या था और लोगों ने उनके इस बयान का क्या गलत मतलब निकाल लिया यह देखते है।
Salaar और Dunki पर पृथ्वीराज सुकुमारन का बयान
दर असल कुछ दिन पहले पृथ्वीराज अपने एक बयान के लिए बहुत चर्चा में थे। उन्होंने India Today के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें “‘सलार’ और ‘डंकी’ के क्लैश से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा था, ‘अगर 22 तारीख को ‘सलार’ इंडिया की सबसे बड़ी हिट बन जाती है या ‘सलार’ अच्छा नहीं कर पाती, 23 तारीख (दिसंबर) मेरे लिए एक जैसी ही रहेगी।
कुछ लोगों ने की पृथ्वीराज सुकुमारन आलोचना
पृथ्वीराज के इस बयान से लोगों ने ये मतलब निकाला कि उन्हें इतनी बड़ी फिल्म के चलने-न चलने से कोई फर्क ही नहीं पड़ता। अब उन्होंने एक नए इंटरव्यू में अपने इस बयान को गलत समझे जाने पर बात की है । शायद कुछ लोगों की आलोचनात्मक गॉसिप उन तक पहुच गई।
इंडिया टुडे के साथ एक ताजा साक्षात्कार में, पृथ्वीराज से पूछा गया कि क्या गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए, सीधे होने से उन्हें कभी परेशानी हुई। उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “मैं जो हूं वही हूं और मुझे इसे संरक्षित करने की जरूरत है।” अभिनेता ने स्वयं के प्रति सच्चे रहने के महत्व को छुआ, भले ही यह गलतफहमी को आमंत्रित करता हो।
पृथ्वीराज सुकुमारन की सफाई
अभिनेता ने खुलासा किया कि वह अपने निजी जीवन में सक्रिय रूप से मान्यता नहीं चाहते हैं। पृथ्वीराज के अनुसार, जीवन में केवल एक ही चरित्र है जिसे व्यक्ति लगातार ईमानदारी से निभा सकता है, और वह है स्वयं। उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “यदि लोग आपको पसंद करते हैं जैसे आप हैं, तो आप धन्य हैं। और यदि वे नहीं करते हैं, तो आपको अधिक लोगों के साथ बातचीत करने की जहमत नहीं उठानी चाहिए।”
पृथ्वीराज ने जीवन पर अपने दर्शन के बारे में बताते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं जीवन में इस मुकाम तक पहुंचा हूं या मैं हमेशा से ऐसा ही रहा हूं, लेकिन मैं हमेशा से जानता हूं कि मुझे जो हूं उसे बनाए रखने की जरूरत है।”
उन्होंने अपनी अभिनय क्षमताओं पर भरोसा जताया लेकिन हर भूमिका में अपनी प्रामाणिकता बनाए रखने की चुनौती को स्वीकार किया। “कब तक मैं हर फिल्म में एक किरदार निभाता रहूंगा और फिर ऑफ-कैमरा जीवन में एक किरदार निभाता रहूंगा?
मुझे खुद जैसा बनने का मौका कब मिलेगा?” उसने विचार किया.
कामयाब रही फिल्म “सालार”
Salaar को बॉक्स ऑफिस से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है । ‘सालार’ न केवल पृथ्वीराज के कौशल को प्रदर्शित करता है बल्कि इसमें प्रभास के साथ श्रुति हासन भी हैं। ‘केजीएफ’ फेम प्रशंसित प्रशांत नील द्वारा निर्देशित, यह फिल्म एक आकर्षक सिनेमाई अनुभव का वादा करती है।
आलोचना के बीच प्रामाणिक बने रहने या ‘सालार’ के प्रति अपनी प्रत्याशा पर बेझिझक अपने विचार साझा करें!
ऐसी दुनिया में जो अक्सर अनुरूपता की तलाश करती है, अपने प्रति सच्चा होने के बारे में आपकी क्या राय है? ????