भारत के लाखों-करोड़ों महिलाओं के लिए हेमपुष्पा एक प्राकृतिक टॉनिक के तौर पर एक प्रतिष्ठित स्थान रखता है। इसपर महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए पीढ़ियों से भरोसा किया जाता रहा है। लेकिन शायद ही दुनिया में कोई ऐसी चीज होगी जिसका विशेष स्थिति में कोई परहेज ना हो । और, हेमपुष्पा दवा भी इस से अछूती नहीं है ।
इस लेख में हम हेमपुष्पा के शक्तिशाली फॉर्मूले को समझेंगे और इसके सेवन के दौरान किए जाने वाले परहेज को भी बताएंगे ।
समझिए, हेमपुष्पा क्या है ?
हेमपुष्पा एक हर्बल जड़ी-बूटियों का मिश्रण है जो महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली विभिन्न स्वास्थ्य चिंताओं को दूर करने के लिए प्रकृति की शक्ति का उपयोग करता है। इसके निर्माण में अशोक, शतावरी, लोधरा और जीरा जैसी लाभकारी जड़ी-बूटियों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण शामिल है। ये सामग्रियां महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारती है, उनके मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने और समग्र जीवन शक्ति को बढ़ाने के लिए सहक्रियात्मक रूप से काम करती हैं।
लेकिन इसमें मौजूद जड़ी-बूटियों के वजह से इसमें परहेज भी शामिल है,
यह है, हेमपुष्पा के परहेज
जब आप गर्भ रखना चाहती हों तो हेमपुष्पा का परहेज करें । क्यों की इन में मौजूद जड़ी-बूटियाँ शरीर में मौजूद हार्मोन्स को संतुलित करने की कोशिश करते है । और गर्भ ठहरने के दौरान आप का शरीर विशेष तरह से गर्भ में अंडाशय के फलित होने के लिए हार्मोन्स को बनाता है । कोशिश करें की इस प्रोसेस में हेमपुष्पा में मौजूद जड़ी-बूटियाँ हर-फेर ना करे । हालांकि, इस के सेवन से गर्भधारणा में कोई बड़ी जोखिम तथा बाधा सामने नहीं आई है ।
अगर आप डॉक्टर ने दी हुई हार्मोन्स कंट्रोल या संबंधित दवाएं ले रहें है, तो डॉक्टर के सलाह देने तक हेमपुष्पा का परहेज करे ।
इसके साथ ही, हेमपुष्पा लेते वक्त आप बहुत तीखे और खट्टे चीजों के सेवन से परहेज करें । क्यों की तीखा और खट्टा आप के शरीर में आम्ल तथा एसिडिटी को बढ़ा देता है और हेमपुष्पा के दवा का असर इस से निष्क्रिय या कम हो सकता है । और एसिडिटी बढ़ने का चांस होता है ।
आप को हेमपुष्पा में मौजूद आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी की भी ऐलर्जी हो सकती है । अगर हेमपुष्प के सेवन से कोई भी रिएक्शन जैसी स्थिति बनती है तो तुरंत इसे रोके और परगेज करे ।
अगर आपको कोई विशेष बीमारी हो तो, डॉक्टर के सलाह के बगैर हेमपुष्पा को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद हेमपुष्पा ले सकते हैं
जबकि हेमपुष्पा आम तौर पर अच्छी तरह से सहन की जाती है और इसके न्यूनतम दुष्प्रभाव होते हैं, इस हर्बल उपचार का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है:
निर्देशानुसार उपयोग करने पर हेमपुष्पा आम तौर पर सुरक्षित होती है। हालाँकि, कुछ व्यक्तियों को कुछ हर्बल सामग्रियों से हल्की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा या एलर्जी प्रतिक्रिया का अनुभव हो सकता है। यदि आपको कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया मिलती है, तो उपयोग बंद करें ।